
नेपालक शिक्षा क्षेत्रमे लहानक पशुपति माध्यमिक विद्यालयके संस्थापक प्रधानाध्यापक कामेश्वर चौधरीक अतुलनीय योगदान रहल अइछ । सिरहाक लहानमे पत्रकरिता करबाक क्रममे हुनका संग चिनजान भेल छल । हुनक संगतस’ हमरा बहुत प्रभावित कएने छल ।
पूर्वाञ्चल क्षेत्रमे हुनक योगदानके जतेक प्रशंसा करब कमे होयत । हुनकाद्वारा पढाओल गेल विद्यार्थीसब डाक्टर, इन्जिनियर, अफिसर आ देशके उच्च ओहदामे पहुँचकए सेवा देने छैक आ एखनो द रहल छैक ।
लहान हाईस्कुलके भवन २०४५ सालमे आएल भूकम्पमे ध्वस्त भेलाक बाद ओ काफी मेहनत कइर पुनः विशाल भवन निर्माण कराबएमे सफल रहल । ध्वस्त भेल भवन निरीक्षण करए आएल तत्कालीन श्री ५ महाराजाधिराज बीरेन्द्र वीर बिक्रम शाहदेवके भ्रमणके सिलसिलामे बिन्ती चढाओने छल । तकरबाद विद्यालयके भवन निर्माण करए तत्कालीन राजा वीरेन्द्रद्वारा अनुदान प्रदान कएल गेल छल । हाल उक्त स्कूलमे विभिन्न संकायमे १२ कक्षाधरि पठनपाठन होइत आइब रहल अइछ ।
ओ गोरखा दक्षिणबाहु(चतुर्थ) २०३४, सेवा पदक २०३९, शुभराज्यभिषेक २०३१, राष्ट्रीय शिक्षा समिति पुरस्कार २०३२, जिल्ला शिक्षा समिति सिरहा पदक २०३३, आ राष्ट्रीय शिक्षा समिति शिक्षा दिवस २०४१ प्राप्त कएने छल । हुनका दूटा पुत्र अइछ । एकटा पुत्र हिमांशु चौधरी राष्ट्रीय समाचार समितिमे कार्यरत छल । हाल पत्रकारिता आ साहित्यमे बहुत बेस सक्रिय छइथ ।
हुनक निधन २०५३ साल पुस २० गते ७९ बर्षक उमेरमे भेल छल । जाधरि कामेश्वरजी धरतीमे रहलैथ शिक्षा आ समाजसेवामे अनवरत रुपमे सेवारत रहलैथ । शिक्षा क्षेत्रमे देल गेल विशिष्ट योदानके कदर करैत हुनक शालिक स्थापना भेनाइ आवश्यक अइछ । हुनकरे बिद्यार्थी स्थानीय पद्मनारायण चौधरी आ लगन लाल चौधरी सांसद एवम् मन्त्री सेहो भ चुकल छइथ । हुनका सभक प्रयास सार्थक भ सकैत अइछ ।