
रामरिझन यादव
सिरहा जिलाक मध्यमे स्थापित देउरीपट्टी बहुत बढ़ल चढ़ल गाममेसै अबैत अइछ । एहि गाममे बाबु नारायणदत्त झा उर्फ बच्चा झा तथा माय सीतादेवी झाके कोखसँ वि. सं. १९६३ बैशाखमे कुलानन्द झाके जन्म भेल रहैन। कुलानन्द झा पाँच भाई छलाह। बेदानन्द झा सँझिल रहैन ।
कुलानन्द झाके वचपन देउरीपट्टीमे बितलैन । अध्ययनके लेल हुनका भारत मधुवनी नजिक मरूकीया भेज देल गेल। एहिठामसँ ओ मैट्रिकतक शिक्षा आर्जित केलैन । अध्ययन कालमे ओ भारतीय स्वतन्त्रता संग्राममे सहभागी भेलाह। भारत स्वतन्त्र भ गेलाक बाद भारतीय भूमिसँ नेपालीसभ जहानीया राणा शासनके विरूद्ध संघर्षके उद्घोष क’ देलक । एकर नेतृत्व नेपाली काँग्रेस करैत छल। नेपालीसभके गोलबन्द करबाक लेल नेपाली काँग्रेसके केन्द्रीय सदस्य रूद्र प्रसाद गिरी जयनगरमे डेरा जमा का बैसल छलाह। रूद्र प्रसाद गिरीके सम्पर्कमे आइब गेलाक बाद कुलानन्द झा राजनीतिमे सक्रिय भ गेलाह ।
राणा शासनके अन्तसँगे प्रजातन्त्रके प्रभाव भेल मुदा मधेशी जनता पर रहल भेदभावके समाप्त नहि सकल । विद्रोही स्वभाव कुलानन्द झा एहि सम्बन्धमे नेपाली काँग्रेससँ मतभेद राखए लगलाह। खासकए क मधेशी हकहित तथा अधिकार सम्बन्धी बात उठेलाक कारण बीपी कोइराला हुनकासँ असन्तुष्ट छलाह । एहि कारण अइछ जे विसं २००७ सालमे जखन बीपी गृहमन्त्री छलाह तखन हुनका गिरफ्तार सेहो कयल गेल छलैन ।’
सिरहा जिलामे पहाडी जीमदारसभके वर्चश्वके कारण कैकबेर पहाडी आ मधेशी बीच झडप भेल छल। कुशहा लक्ष्मीनीयाँमे शुरूसम्सेरके जीमदारी रहै । हुनकर हजाराै मन धान आ १७ हजार रूपैया लुइट लेल गेल छल। ई खबर वस्तीपुरमे पहुँचलाक बाद ओहीठाम पहाडी समाज गोलबन्द होवए लागल । किराती दल नामके दस्ता गठन कएल गेल। ई सोझे देउरीपट्टीपर आक्रमण केलक। ओही आक्रमणमे देउरीपट्टीके कमलकान्त झा घायल भ गेलाह। हुनकर छाती तथा पेटमे रहल सम्पूर्ण केश उखाइर लेल गेल छल। वस्तीपुरसें संचालित किराती दलके नेतृत्व भूमिगत रूपमे किछु काग्रेसीसभ करैत छल ।
किराती दल हातहतियारसँ सुसज्जित रहैत छल। भेलहाके जीमदार जनकलाल महतो तथा लहानके जीमदार हरिहरलाल चौधरीके जखन दुःख देबए लागल तखन दर्जनौ व्यक्ति हुनकासभके सुरक्षाके लेल देउरीपट्टीसें लहान पहुँचल छल। जखन मधेशीसभ पहुँचैत छल तखन किराती दल भाइग जाइत छल ।
एहि रस्साकस्सीके बीच कल्याणपुर जब्दीके बजारमे अवस्थित महादेवमन्दिर धर्मशालाम मधेशीसभके एकटा बृहत बैसार भेल। विभिन्न गामसँ आयल व्यक्तिसभक एहि वैठकके अध्यक्षता सुब्बा औरहीके वलदेवदास यादव केने छलाह। ई ऐतिहासिक बैठक नेपालक इतिहासके एकटा एहन मोड़ देलक जेकरा केतबो दबाबएके प्रयास केलाक बाबजुद नई दबल ।
विसं २००८ सालमे कल्याणपुर बजारमे घटल ई घट्ना तात्कालीन रूपमे ततेक रह नई पकडलक मुदा कालान्तरमे एहे घट्ना नेपालके इतिहासमे एकटा तथ्यके रूपमे स्थापित भेल अइछ । मधेश आ मधेशीके शोषण दमन आउर उत्पीडनके विरुद्ध लड़एके लेल भेल ई पहिल बैठक नेपालके इतिहासमे स्वर्ण अक्षरसे लिखाएल अइछ । एहि बैठकसँ तराई काँग्रेसके जन्म भेल। बैठकके अध्यक्षता बलदेवदास यादव कएने छलाह मुदा तराई कॉग्रेसके अध्यक्षमे कुलानन्द झाके नाम सर्वसम्मतिसँ चयन केल गेल जेकर घोषणा जनकपुरके गोपाल धर्मशालासँ भेल छल।
तराई काँग्रेसके स्थापना विसं २००८ सालमे भ गेलाक बाद ओ अपन कार्यक्रमके बृहत रूप नई द सकलक। एकर मुख्यकारण ओहिमे योजनाकारसभके अभाव छल । प्रारम्भमे क्षेत्रीय स्वायत्तता सहितके स्वशासनके आवाज उठाओल गेल मुदा ओ प्रभावकारी नई भ’ सकल । तै पढ़ल लिखल फर्राटे अंग्रेजी बजैवाला बेदानन्द झाके बोलाओल गेल। ओ पटनामे अंग्रेजी दैनिक द इन्डियन नेशन तथा हिन्दी दैनिक आर्यावर्तके उपसम्पादक छलाह ।
बेदानन्द झा कुलानन्द झाके सेंझिला भाई छलाह। हुनका तराइ काँग्रेसके अध्यक्ष बनाओल गेल। ओ अध्यक्ष भेलाक बाद पार्टीमे किछु सक्रियता अवश्य आयल । भाषा आन्दोलन भेल। हिन्दी भाषाके लेल मेची महाकाली तकके मधेशी कैक महिनातक आन्दोलन करैत रहल। सिरहामे भेल आन्दोलनमे ३२ व्यक्ति गिरफ्तार भेल छल जाहिमे कुलानन्द झा, बलदेवदास यादव, जयगोविन्दसाह, सूर्यनाथ गोप जॅका लोकसभ छलाह। पार्टी भद्र अवज्ञा आन्दोलनमे भाग लेलक ।
विसं २०१५ सालमे आम निर्वाचन सम्पन्न भेल जहिमे तराई कॉंग्रेस कूल १०९ ससदीय सीट मध्ये २१ सीट पर मात्र अपन उम्मेदवार खड़ा केने छल। मुदा एकौटा सीटपर विजय प्राप्त नई क सकल । स्वयं सभापति बेदानन्द झा दूनू सीटसँ पराजित भ गेलाक बाद ओ निराश भ’ गेलाह। मधेशी मुद्दाके निरन्तरता नई द’ सकलैथ । ओ राजा महेन्द्रके निर्दलीय पंचायती व्यवस्थामे प्रवेश क’ गेलाह । तेकरबाद तराई काँग्रेस हरा गेल ।
साभार : सिरहाके इतिहास