
श्यामसुन्दर पथिक
सप्तरी जिलाक रुपनी गाउँपालिका वडा नम्वर-६ स्थित तेरहौतामे अवस्थित अइछ धार्मिक पर्यटकीय शनिदेव स्थल । पूव-पछिम लोकमार्ग अन्तर्गत रुपनी बजारस’ लगभग तीन किलोमिटर पूबमे बिरेन्द्र बजारस’ ३ किलोमिटर उत्तरमे पहाडमे शनिदेव स्थल अइछ । समी गाछतर करिया पत्थरके शनिदेवके मूल प्रतिमा स्थापित अइछ । एकर अतिरिक्त मूल मूर्तीस’ कनी उपर शिवलिङ्ग आ बसहाके मूर्ती बनाएल गेल अइछ । एकरा शिव शनिधाम कइहके चिन्हल जाइत अइछ ।
उत्तर दुधैला आ धारा नदी बीचके टापुमे रहल शनि धाम प्राकृतिक सौदर्यता एवमम् धार्मिक जनविश्वासके कारण दिनोदिन अइ क्षेत्रके महत्व बढैत जा रहल अइछ । ओना त जङ्गलके हरियाली, चिडएचुनमुनके बोलीके संगे अदुभूत प्राकृतिक दृष्य मोहित कइर दैत अइछ ।
पंडित सत्यनारायण पंडितके कहब अनुसार वि.सं. २०५६ साल चैत्र ५ गते सपनामे समीको गाछ देखकए खोजतलास कएलापर सफा कइरके पूजाआजाके शुरुवात कएल गेल । समी गाछके जइर बेल, मरचाइ, अमडा, फूल, धाप, गजहर, संधानके गाछके चारुदिसस’ बेदहल सातटा बृक्षके सङ्गम स्थानमे पूजाआजा कएलापर शनि दशास’ मुक्ति पेबाक जनविश्वास रहल अइछ ।
शनिदेव स्थलमे सात शनि लड्डु, सुपारी, फलफुल, अगरबत्ती, लोहाके दीप, द्रब्य, केलाइ दाइल, तील, अक्षता, रक्तचन्दन, तेल, उजरा दुइब सहित ७ टा पूजा सामग्री आ करिया धागा, करिया कपडामे सात शनि दर्शन कएलापर शनि ग्रह दशास’ छुटकारा पएबाक आ मनोकामना पूणर् होयबाक जनविश्वास अइछ ।
कमसेकम तीन शनि शनिधाम स्थलमे जेबाक अनिवार्यता रहेल अइछ । शनिदेव धामके दोसर पूजारी शिबजी यादवके अनुसार शनि ग्रहस’ मुक्ति पएबाक विश्वास रहल अइछ । शनिदेव स्थलमे महायज्ञ, अष्टयाम सहितके धार्मिक अनुष्ठानसब होइत आइब रहल अइछ ।
राजविराज स्थित तत्कालीन नेपाली सेना व्यारेकमे रहल श्रीकृष्ण दल गणके नेपाली सेनाके जनश्रमदानस’ १०८ वटा शिवलिङ्ग आ कलात्मक मुर्ती २०७३ सालमा निर्माण कएल गेल छल । ओइ समयमे ई ठाम एकदमै विकट रहल छल । ओइ स्थानमे सर्वसाधारणके आवत-जावत बढ्लाक बाद नेपाली सेनाके टोलीले ओही ठाम अस्थायी शिविर राइखके मूर्ती सहित अन्य निर्माण काजसब सम्पन्न कएल गेल जानकारी मन्दिरक पूजारी भूपेन्द्र प्रसाद यादवद्वारा देल गेल अइछ ।
मन्दिरमे पञ्चमुखी महादेव, गाछके निचामे शनिके प्रतिमा सहित अन्य मूर्तीसब सेहो स्थापित अइछ । ओना अइठाम आनो दिन भक्तजनसब आइबते रहै छै । खासकइरके शइन दिन धरान, इटहरी, विराटनगर, जनकपुर, काठमाण्डू सहित भारतको पूणर्िया, अररिया, मधुवनी, सहरसा सहितके स्थान सबस’ श्रद्धालुभक्तजन एवम् पर्यटक सब आबैत अइछ । अन्य समयमे बहुत दूरदूरस’ घुमघाम एवम् बनभोज करए आबैत अइछ ।
रुपनी गाउँपालिका मात्र नइँ मधेश प्रदेशके प्रमुख पर्यटकीय गन्तव्यके रुपमे रहल उक्त स्थलके लेल विशेष बजेट एवम् अन्य सुविधासब कएनाइँ आवश्यक अइछ । शनिदेव स्थल क्षेत्रके पूणर् रुपमे सुविधासम्पन्न एवम् व्यवस्थित कएल जाय त जिलाक समग्र विकास तथा समृद्धिमे महत्वपूणर् योगदान मिल सकैत अइछ ।