राष्ट्रिय ‘एआई’ नीति दीर्घकालीन आ प्रभावकारी बनाओल जाएत
काठमाण्डू, ८ माघः सञ्चार आ सूचना प्रविधिमन्त्री पृथ्वीसुब्बा गुरूङ कहलैन जे मंत्रालयक तैयार ‘राष्ट्रिय आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस (एआई) नीति, २०८१’ मस्यौदामे विशेषज्ञ आ सरोकारवालासभक सुझाव समेटिक प्रभावकारी आ दीर्घकालीन रूप देल जाएत।
सञ्चार मंत्रालयमे भेल आजुक बातचितमे मन्त्री गुरूङ एआई क्षेत्र लेल आवश्यक सब प्रावधान नीतिमे समावेश होबाक विश्वास व्यक्त केलैन । ओ कहलैन, “एआई नीति वर्तमान समयके जरूरी छै, एकरा बनाबैमे मेहनत जरूरी अइछ। आवश्यक विषयवस्तु छुटबाक नै चाही। विस्तृत आ गहन नीति तैयार करबाक आवश्यकता अइछ।” एन हब संस्थाक संस्थापक दिलीप भट्टराई मस्यौदामे सुझावसहित कार्यपत्र प्रस्तुत करैत एआईक भविष्य, चुनौती आ अवसरकेँ स्पष्ट क नीति तर्जुमा करबाक महत्त्वपर जोड़ देलैन। एआई विशेषज्ञसभ डाटा सुरक्षा आ गोपनीयताक विषयमे सरकारक ध्यानाकर्षण करौलैन।
मंत्रालयक सहसचिव आ प्रवक्ता गजेन्द्रकुमार ठाकुर कहलैन जे एआई नीति मजबूत बनेबाक लेल मंत्रालय आब सरोकारवालासभक बीच जाएत । एहि समयधैर विशेषज्ञसभक सुझाव लेल गेल अइछ आ छिट्टहि मस्यौदापर विस्तृत बातचित करबाक योजना अइछ। मंत्रालयक सहसचिव अनिलकुमार दत्त कहलैन जे एआई नीति सभक आवश्यकता आ जागरूकताके विषय अइछ, एहनमे प्रभावकारी नीति निर्माण लेल मंत्रालय सक्रिय अइछ। मंत्रालयक सूचना प्रविधि विशेषज्ञ डा शालिग्राम पराजुली सुझाव देलैन जे एआई क्षेत्रकेँ ‘अटोनमस बडी’ के रूपमे विकसित करबाक आवश्यकता अइछ आ जनस्तरसँ प्राप्त सुझावक आधारपर नीति तैयार होएत। रासस