जाँच नइँ दोहराबै खातिर एकीकृत विद्युतीय प्रणाली लागू हयात


काठमाण्डू, १८ माघ : स्वास्थ्य तथा जनसंख्या मन्त्रालय बेमारसभके एकेटा परीक्षण दोहरा क करबाक जरुरी नै रहए से सुनिश्चित करबाक लेल एकीकृत विद्युतीय प्रणाली लागू करबाक निर्णय कएलक अइछ।
स्वास्थ्य मन्त्री प्रदीप पौडेल निर्णय केलैन जे एक स्थानमे भेल बेमारके परीक्षणसँ सम्बन्धित जानकारी विद्युतीय रूपसँसभ स्वास्थ्य संस्थासभ प्राप्त क सकत। मन्त्री पौडेलद्वारा अनुमोदित ‘विद्युतीय चिकित्सा अभिलेख प्रणाली सञ्चालन तथा व्यवस्थापन निर्देशिका, २०८१’ के माध्यमसँ बेमारक खर्च, समय आ परीक्षणमे होइत दोहरेबाक अवस्था समाप्त होएत, सङे स्वास्थ्य नीति निर्माण लेल एकीकृत तथ्यांक प्राप्त होएबाक अपेक्षा कएल गेल अइछ।
प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थामे एके किसिमके परीक्षण बारम्बार करबाक कारणेँ बेमार आ स्वास्थ्य संस्थासभ दुनुकेँ कठिनाइ होइत छल। तँए, स्वास्थ्य मन्त्रालयके नियन्त्रणमे रहल एकटा एकीकृत राष्ट्रीय प्रणाली स्थापित करबाक निर्णय कएल गेल अइछ जाहिसँ स्वास्थ्य संस्थासभके अभिलेख एके ठाम रहत। सरकारी आ निजीसभ स्वास्थ्य संस्थासभ आब विद्युतीय चिकित्सा अभिलेख प्रणाली अन्तर्गत बेमारसभक तथ्यांक साझा करबाक व्यवस्था करब आवश्यक अइछ।
मन्त्रालयक प्रवक्ता डा. प्रकाश बुढाथोकी कहलैन “एकीकृत अभिलेखसँ सेवाप्रदायक आ सेवाग्राही दुनु कागजी झंझटसँ बचत, सङे जखन कोनो व्यक्ति दोसर बेर सेवा लेबाक लेल आएत तँ ओकर पहिनुबा विवरणके आधारमे इलाज सहज भ सकत।” ओ कहलैन, “विद्युतीय प्रणाली अस्पतालसभमे लागू त भेल छै मुदा एक-दोसरके बीच तथ्यांक आदान-प्रदान करबाक सुविधा नै छल।
बेमारसभकेँ बारम्बार एके प्रकारक परीक्षण करबाक आ जानकारी विभिन्न अस्पतालमे देबए पड़ैत छलै, मुदा आब ई समस्या समाधान होएत।” निर्देशिकामे उल्लेख अइछ जे विद्युतीय प्रणालीमे बेमारसभक पहिचान नम्बरके आधारमे स्वास्थ्य समस्या निदान, चिकित्सकीय सुझाव, प्रयोगशाला आ रेडियोलॉजी सम्बन्धित जानकारी अनिवार्य रूपसँ प्रविष्ट होएत। प्रणालीमे नाम दर्ता, आकस्मिक सेवा, फार्मेसी, प्रतिवेदन, ब्लड बैंक आ अन्य जानकारी रहत। मन्त्रालय सेवाग्राही पोर्टल सेहो विकसित करत जाहिसँ मात्र इलाजमे संलग्न स्वास्थ्यकर्मीसभकेँ सूचना प्राप्त होएत। कानूनी आवश्यकता अनुसार सरकार सूचना मांग करए तखन मात्र जानकारी उपलब्ध कराएल जाएत।

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