
जलेश्वर, २ फागुन: कम मेहनत आ कम लगानीमे बेसी आमदनी होएबाक कारण महोत्तरी गाउँपालिका–६के किसान नगदी फसल रूपमे सुर्ती खेती क अपन जीवनस्तर उन्नत क रहल छैथ।
सब साल बीआ-बिजन, खाद आ पाइनक समस्याके कारण धान उत्पादनमे गिरावट अबैसँ, स्थानीय किसान पारम्परिक धानखेती छोइड़ क व्यावसायिक रूपमे सुर्ती खेती करए लागल छैथ। सुर्ती खेतीमे लागल किसान रामजीवन साह कहलैन “मेहनत आ लागत अनुसार धान उत्पादन नै भेलाक कारण गाममे बहुत किसान सुर्ती खेती शुरू क देने छैथ।
गामक लगभग ४० प्रतिशत खेतबारीमे सुर्ती खेती होइत अइछ आ वाडक ५० बिघासँ बेसी जमीनमे सुर्ती लगाओल गेल अइछ। ओत ५०सँ बेसी परिवार सुर्ती खेतीमे व्यस्त अइछ।” स्थानीय किसान रामएकवाल साह कहलैन “सुर्ती खेतीसँ होएबला आमदनी एतेक अइछ जे एक सालमे तीन सालधैर धान किनबाक खर्च निकइल जाइत छै।” ओ कहलैन जे स्थानीय बाजारमे सुर्तीक गुणस्तरक आधार पर एक किलोग्राम सुर्ती १००० सँ १५०० टका धैर बिकाइत अइछ। एहि ठामक सुर्ती बीड़ी आ चुरोट बनेबाक लेल भारतक व्यापारीसभ खरीद करैत छैथ। एक कट्ठा जमीनमे लगभग दू क्विन्टल तक सुर्ती उत्पादन होइत अइछ आ सालमे न्यूनतम २ लाख टका तक आम्दनी होइत अइछ किसान मोहन मण्डल जानकारदेने छैथ।