
महेन्द्रनगर (धनुषा), ३ अखारः नेपाल राष्ट्र बैंकक गभर्नर डा. विश्वनाथ पौडेल यदि कोनो बैंक ग्राहकके ठगी करैत भेटाएल तँ तुरन्त ओहि बैंकपर कारबाही कएल जेबाक बतौलैन अइछ।
नेपाल राष्ट्र बैंक जनकपुर कार्यालयक आयोजनामे नेपाल उद्योग वाणिज्य महासङ्घ आ बैंक तथा वित्तीय संस्थाक प्रतिनिधिसँ भेल बातचितक क्रममे ओ कहलैन जे सर्वसाधारणक सम्पत्ति सुरक्षीत राखब आ बैंकक पैसा अधिकसँ अधिक लोकधैर पहुँचबाएब ओकर प्राथमिकता छी।
ओ कहलैन, “यदि कोनो बैंक ग्राहकक समस्यामे धकेलै छै वा विभिन्न बहानासँ ठगी करै छै तँ ओहि बैंकपर कोनो छुट नै क तुरन्त कारबाही कएल जाएत।”
धनुषाक व्यापारीसभ शिकायत कएलैन जे पछिला समयमे किछ बैंकसभ बनकी राइख क कर्जा लेनिहारके कठिन परिस्थिति उत्पन्न क बनकी लिलाम कएलक, ताहिपर गभर्नर पौडेल उक्त चेतावनी देलैन।
बातचितमे व्यवसायीसभ कहलैन जे छोटका व्यापारी आ किसानसभ जे कर्जा लेबाक लेल बैंक जाइत छै, तकरा बैंक धीयान नै दैत अइछ।
बैंक प्रतिनिधिसभक अनुसार मधेश प्रदेशमे कर्जा ल क समयमे नै देबैबलाके संख्या बेसी अइछ।
गभर्नर पौडेल कहलैन, “धनी आ गरीबक बीचक आर्थिक खाइध घटेनाय हमर मुख्य प्राथमिकता छी। मौद्रिक नीति वित्तीय नीतिक अधीनमे होएबाक चाही आ सुपरिवेक्षण क्षमताक विकाससँ अर्थतन्त्र चलाएल जाए।” ओ कहलैन जे कम नियम, बेसी सुपरिवेक्षण रहबाक चाही।
ओ कहलैन जे बैंकके पैसा सीमित धनी व्यक्तिधैर सीमित नै रइह, छोटका व्यापारी आ सर्वसाधारणधैर कर्जाके रूपमे पहुँचबाक चाही।
बातचितमे बैंक तथा वित्तीय संस्था नियमन विभागक कार्यकारी निर्देशक गुरु प्रसाद पौडेल आ सुपरिवेक्षण विभागक कार्यकारी निर्देशक दीर्घबहादुर रावल कहलैन जे बातचितमे देल गेल सुझावसभकेँ नीति निर्माणमे प्राथमिकतापूर्वक समावेश कएल जाएत आ ई कार्यक्रम बहुत सहयोगी होएत।
कार्यक्रममे सहभागी उद्यमीसभ अपन-अपन विचार राखलैन, जाहिमे व्यवसाय संचालनमे आइब रहल समस्या, वित्तीय पहुँच आ कर्जाक सहजतासँ सम्बन्धित विषय समेटल गेल अइछ । रासस