चौदह वर्षमे सेहो नै बनल कमलामे पुल


सिरहा, २८ साओनः कमला नदीमे २०६८ सालमे निर्माण सुरू भेल पक्की पुल अखनधैर अधुरे अइछ। तीन वर्षमे सम्पन्न होएबला पुल १४ वर्षमे सेहो पूरा नै भेलासँ सिरहा आ धनुषाक सर्वसाधारण वर्षायाममे बेसी प्रभावित होइत छैथ। हुनकासभक एकमात्र सहारा नाह बनल अइछ।

सिरहा नगरपालिका–५ क वासुदेव यादव दैनिक गाए-मालकेँ घाँस-पात आनैलेलनदी पार जाइत छैथ। हरेक वर्षाक सङ डराइत-डराइत नदी पार करब हुनकर दैनिकी अइछ। “पाइन बढ़लाक बाद नाह चढ़ैमे सेहो डर लगैत छै, मुदा विकल्प नै छै”, ओ कहलैन।

सामान्यतया वर्षायामके बाहेक दोसर समयमे काठक छोट पुल प्रयोग होइत छलै। मुदा बर्खा सङे आएल बाइढ़ काठक पुल बहेलाक बाद आब नाह एकमात्र विकल्प बनल छै। नदी पार करबाक लेल हुलाकी सड़क प्रयोग करैबला यात्रीकेँ नाव प्रयोगक प्रतिमोटरसाइकल १०० टका आ प्रतिव्यक्ति ५० टका देब पड़ैत छै।

कमलामे स्थायी पुल अभावक प्रत्यक्ष असर स्वास्थ्य सेवापर पड़ल अइछ। सिरहा अस्पतालसँ जनकपुर ‘रेफर’ कएल गेल बेमारकेँ घुमाउन रस्ता भ क जेबाक बाध्यता अइछ। प्रादेशिक अस्पतालक ‘मेडिकल सुपरिटेन्डेन्ट’ डा. सुनिलप्रसाद कुशवाहाक अनुसार, नदीक ओइ पारक धनुषावासी लग भेलोपर हुनकासभकेँ जनकपुरधैर जेबाक बाध्यता अइछ। नदीके अइ पार कोनो गम्भीर प्रकृतिक बेमारकेँ लम्बा आ घुमाउन रस्तासँ देरीसँ जाइत काल रस्तामे मृत्यु भ सकबाक सम्भावना अइछ।”

सिरहा नगरपालिका–६ क वाडध्यक्ष इन्द्रजित यादवक अनुसार पुल नै भेलासँ पैदलयात्रीकेँ बाँसक चचरी वा नाहसँ नदी पार करए पड़ैत छै।रासस

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