काठमाण्डू ३ जेठ : प्रधानमन्त्री एवम् नेकपा (एमाले) क अध्यक्ष केपी शर्मा ओली सही विचारबिना चाैर्तफी देखनिहारसभकेँ वामपन्थी एकतामे आनल नै होबाक कहलैन ।
एमालेक तत्कालीन महासचिव जननेता मदन भडारी आ सङ्गठन विभाग प्रमुख जीवराज आश्रितके स्मृति दिवसके अवसरमे आइ मदननगर बल्खुमे आयोजित कार्यक्रममे प्रधानमन्त्री ओली एकताक लेल एकता नै, सही विचारके आधारमे दोसरकेँ सहमत करबाक मात्रे पार्टीमे अनबाके जोड़ देलैन ।
“सही बातकेँ सेहो विरोध करबाक प्रवृत्ति कम्युनिष्ट आन्दोलनमे इतिहाससँ देखाए रहल छै । खासमे वैचारिक भिन्नता नहियो भेल तँ व्यक्तिगत स्वार्थके आधारमे दू लाइनके कुस्ती लड़ै छै । पार्टी विभाजनके नामपर सेहो एकीकृत राखबाक प्रवृत्तिछै”, अध्यक्ष ओली कहलैथ, “मदन भण्डारीके अगुवाइमे आनल जनताके बहुदलीय जनवादके विचार कम्युनिष्टसभ निरङ्कुश होइ छै से
हमरासभउपर लागल आरोपकेँ खण्डन कएलक । ई विचार राजनीतिक लोकतन्त्रक लेल मात्र नै आर्थिक आ सामाजिक तथा मानव अधिकारके प्रश्नमे राष्ट्रिय नीतिके रूपमे स्थापित भ चुकल अइछ। इएह जगमे समृद्ध नेपाल, सुखी नेपालीके राष्ट्रिय आकाङ्क्षाकेँ पूरा करए पड़त ।”
प्रधानमन्त्री ओली अपनासभके शक्तिके स्रोते जनता छी से मान्यताक साथ जनताके शासन कायम करए चाइह रहल उल्लेख करैत देशभक्ति, राष्ट्रिय स्वाधीनता आ राष्ट्रिय अखण्डताके रस्ताकेँ हमरासभ कहियो नै छोड़बाक स्पष्ट कएलैन । हमरासभक नेतृत्वके सरकारमे राजतन्त्र अनबाक प्रतिगमनके प्रयास असम्भव आ अस्वीकार्य भेल सेहो कहलैन ।
एमाले अग्रगतिके लेल निस्क्रिम कामना नै, सक्रिय हस्तक्षेपके नीति लेने कहैत ओ विश्वमे दक्षिणपन्थ, जातीयता आ अराजकतावादके कारण आन्दोलनमे क्षति भेल उल्लेख करैत हमरासभ तेहन कमीकमजोरी नै क विविधताकेँ सांस्कृति समृद्धि माइन एकता आ शान्तिपूर्ण प्रतिस्पर्धाके रस्ता अपनाैने बतौलैन ।
जननेता भण्डारी कम्युनिष्ट आन्दोलनकेँ समयानुकूल रूपमे चलाबैबला नीतिकार रणनीतिकार भेल स्मरण करैत ओ विश्वमे कम्युनिष्ट आन्दोलन धराशयी भ रहल समय हुनके वैचारिक अगुवाइमे पार्टीकेँ लोकप्रिय आ दू तिहाइके अवस्थाधैर पहुँचाएल बतौलैन ।
कार्यक्रममे पूर्वराष्ट्रपति विद्यादेवी भण्डारी, एमालेके वरिष्ठ उपाध्यक्ष ईश्वर पोखरेल, महासचिव शङ्कर पोखरेल, आश्रित पत्नी माया ज्ञवालीसहित सहभागी छल। कार्यक्रममे अध्यक्ष ओलीसहित नेता कार्यकर्ता दिवङ्गत नेताप्रति श्रद्धाञ्जली व्यक्त कएने छल ।






