राज्यके संरचनामे दलितके जनसङ्ख्याके आधारमे सहभागिताके मांग


काठमाण्डू, २२ अखारः विभिन्न राजनीति दलक नेता राज्यके सब संरचनामे दलित समुदायके जनसङ्ख्याक आधारमे समान सहभागिता होएबाक मांग कएलक अइछ ।

राष्ट्रिय दलित पत्रकार सङ्घ नेपाल (नाडजोन)द्वारा आइ आयोजित ‘दलित आन्दोलन, समावेशी नीति आ आमसञ्चारके भूमिका’ विषयक अन्तरसंवादमे ओसभ कार्यपालिका, न्यायपालिका आ व्यवस्थापिकासहित राज्यके संरचनामे दलित समुदायके उपस्थिति कमजोर रहल उल्लेख करैत जनसङ्ख्याक आधारमे समान सहभागिताके मांग कएने अइछ।

नेपाल समाजबादी पार्टी ९नयाँशक्ति० क उपाध्यक्ष दुर्गा सोब राज्यके हरेक संरचनामे दलित समुदायके अर्थपूर्ण सहभागितापर जोड़ देलैन ।

संविधानसभाक सदस्य तथा ९नाडजोन०क अध्यक्ष विनोद पहाड़ी संविधानमे राज्यके सब निकायमे दलितके समानुपातिक सहभागिता कहलोपर व्यवहारिक रूपमे कार्यान्वयन नै भ सकल शिकायत कएलैन । सङ्घीय संसद्मे दलित समुदायके सहभागिता कम भ रहल हुनकर कहब छैन ।

हाल प्रतिनिधिसभामे दलित समुदायसँ १६ गोटे अर्थात् पाँच दशमलव ८१ प्रतिशत प्रतिनिधित्व अइछ । दलितके जनसङ्ख्या तँ १३ प्रतिशत अइछ । वि।सं। २०६४ सालके संविधानसभामे ५० गोटे दलित ९८।३२ प्रतिशत०के उपस्थित छल । वि।सं। २०७० सालके संविधानसभामे ४० गोटे ९६।६५ प्रतिशत० आ २०७४ सालमे प्रतिनिधिसभामे २० गोटे ९७।२७ प्रतिशत छल । कूल ५९ गोटे सदस्य भेल राष्ट्रियसभामे आठ व्यक्तिके मात्रे सहभागिता अइछ । रासस

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