जलवायु परिवर्तनक कारण उत्पन्न प्रकोपके सामनाक लेल विश्वव्यापी साझेदारीक लेल प्रधानमन्त्रीक आह्वान


प्रकाश सिलवाल/रासस
तुर्कमेनिस्तान, २१ साओन : प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओली जलवायु परिवर्तनक कारण उत्पन्न चुनौतीसभक सामनाक लेल विश्वव्यापी सहकार्य आ साझेदारी बढेबाक लेल कहैलैन ।

भूपरिवेष्ठित विकासशील राष्ट्रसभ (एलएलडिसी)के तेसर संयुक्त राष्ट्रसङ्घीय सम्मेलनक क्रममे आइ आयोजित ‘जलवायु परिवर्तनक कारण सिर्जित प्रकोपमे भूपरिवेष्ठित विकासशील देशसभद्वारा अवलम्बन करैबला अनुकूलन क्षमताके अभिवृद्धि आ नरमता’ विषयक बातचित सत्रकेँ सम्बोधन करैत प्रधानमन्त्री ओली नेपालद्वारा कार्बन उत्सर्जनमे अति न्यून योगदान कएलाक बादो नेपाल जलवायु परिवर्तनके प्रतिकूल असर भोइग रहल बतौलैन।

प्रधानमन्त्री ओली दीर्घकालिन विकासके चुनौती सामनाक लेल समन्वयात्मक काज करबाक आग्रह करैत नेपालके हिमशृङ्खला पिघललासँ मानवीय आ भौतिक जोखिम भ रहलाक कारण जलवायु परिवर्तनमे हिमालसँ समुद्र तकके रक्षाके अवधारणाक सङ सगरमाथा संवाद कार्यक्रम आयोजना कएल गेल स्मरण करौलैन।

ओ नेपालद्वारा जलवायु जोखिम न्यूनीकरणक लेल दीर्घकालीन एकीकृत अनुकूलन रणनीति सेहो तैयार भेलासँ ओकरा कार्यान्वयनक लेल विदेशी साझेदार संस्थासभ सेहो सहयोग करबाक चाही कहलैन ।

समुद्री सतह वृद्धिमे कारण हिमाल पिघलै लागल कहैत हिमालसँ समुद्र तकके एकीकृत जलवायु अनुकूलन कार्ययोजना बनेबाक लेल विश्वसमुदायसँ आग्रह केलैन ।

“हिमालय प्राकृतिक रिचार्ज सिस्टम भेलासँ हिमालके पघलैसँ आ समुद्रके तापक्रम बढ़ैसँ बचेबाक लेल विश्वव्यापी साझा प्रयास आवश्यक छै”, प्रधानमन्त्री ओली कहलैन, “दीर्घकालिन विकासके लक्ष्यके प्राप्तिक लेल समन्वयात्मक आ एकीकृत प्रयासक लेल हमरासभकेँ विश्वव्यापी साझा प्रयासकेँ आओर गति देब पड़त, एकर कोनो विकल्प नै छै । एहिमे नेपालक तरफसँ उचित सहकार्य होएत । सम्मेलनक क्रममे प्रधानमन्त्री ओलीके आजुक निर्धारित सब औपचारिक कार्यक्रमसभ समाप्त भ गेल अइछ ।”

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