एआईक प्रयोग क अधिकतम लाभ लेबाक चाहीः सञ्चारमन्त्री गुरुङ


काठमाण्डू, २४ साओनः सञ्चार तथा सूचना प्रविधिमन्त्री पृथ्वी सुब्बा गुरुङ एआईक अधिकतम लाभ लेबाक चाही बताैलैन अइछ।

३१हम विश्व आदिवासी दिवसक अवसरमे आदिवासी जनजाति आयोगद्वारा एत आइ आयोजित ‘आदिवासी जनजाति आ कृत्रिम बौद्धिकताः अधिकारक रक्षा आ भविष्यक निर्माण’ विषयक गोष्ठीकेँ उद्घाटन करैत ओ कहलैन, “जे आइ एआईक प्रयोगसँ विकास केलकै, ओ लाभ लेने छै, संसारक धनी वा गरीब सब देश एआईसँ अधिकतम लाभ ल सकैत अइछ।”

आइसँ ४३ वर्ष पहिने संयुक्त राष्ट्रसंघ, आदिवासी जनसंख्या सम्बन्धी कार्यसमूहक प्रथम बैसार सन् १९८२ क ९ अगस्तमे बैसल दिनक स्मरणमे संयुक्त राष्ट्रसंघ विश्व आदिवासी दिवस मनेबाक घोषणा कएलाक बाद हरेक वर्षक ९ अगस्तकेँ विश्व आदिवासी दिवसक रूपमे मनाएल जाइत अइछ।

संयुक्त राष्ट्रसंघक एक अध्ययन अनुसार विश्वभैरक आदिवासी जनजातिक जनसंख्या ६० करोड़सँ बेसी छै आ ई विश्व जनसंख्याक लगभग ७५ प्रतिशत छी। ओसभ विश्वक ९०सँ बेसी देशमे बसोबास करैत छैथ। विश्वमे बाजल जाएबला सात हजारसँ बेसी भाषामे दू तिहाइ अर्थात् पाँच हजारसँ बेसी भाषा आदिवासी जनजातिद्वारा प्रयोगमे भ रहल अइछ।

आयोगक अध्यक्ष रामबहादुर थापामगर विशिष्ट ज्ञान आ सीपक धनी आदिवासी जनजाति समुदायकेँ संरक्षण आ सम्वर्द्धन करब राज्यक कर्तव्य आ दायित्व दुनू भेल उल्लेख केलैन। रासस

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